केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा समूह 'क' अधिकारी एसोसिएशन
CENTRAL SECRETARIAT
OFFICIAL LANGUAGE SERVICE GROUP 'A' OFFICERS ASSOCIATION
सचिव, राजभाषा विभाग के साथ
बैठक
केंद्रीय
सचिवालय राजभाषा सेवा समूह 'क'
अधिकारी एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि-मंडल ने आज दिनांक 20.10.2015 को अपराह्न 3:30
बजे एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री इफ्तेखार अहमद के नेतृत्व में माननीय सचिव,
राजभाषा विभाग के साथ बैठक की। प्रतिनिधि-मंडल में श्री अहमद के साथ सर्वश्री
बृजभान (महासचिव),
अरूण विद्यार्थी (संयुक्त
सचिव),
सुभाष अवस्थी (संयुक्त
सचिव)
और भास्कर मिश्र (कोषाध्यक्ष)
शामिल थे । राजभाषा विभाग की ओर से बैठक में सुश्री पूनम जुनेजा, संयुक्त सचिव;
श्री ए.के. सिंह, निदेशक (सेवा)
और श्री आर.पी. भाटिया, परामर्शी अनुभाग अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक की
शुरूआत में महासचिव ने बैठक हेतु समय देने के लिए सचिव महोदय का आभार व्यक्त
किया। एसोसिएशन बैठक में इन मुद्दों के साथ पेश हुई - (i)
निदेशक, संयुक्त निदेशक और सहायक निदेशक स्तरों की दिनांक 30.04.2015 तक की
प्रतिनियुक्ति कोटा और सीधी भर्ती कोटा की रिक्तियों/पदों का पदोन्नति कोटा में
डायवर्जन करना, (ii)
सहायक निदेशक स्तर के सीधी भर्ती के अंतर्गत आने वाले पदों की पुन: गणना करके उन्हें
वर्ष 2015 में उत्पन्न रिक्तियों के 25%
की सीमा तक ही भरना, (iii)
सम्मिलित पात्रता अवधि की बहाली और
अनुमोदित सेवा (नियमित
सेवा के स्थान पर)
का प्रावधान करने के संदर्भ में इस
एसोसिएशन द्वारा दिए गए अभ्यावेदनों के अनुसार नए भर्ती नियमों में उपयुक्त संशोधन
करना, (iv)
पुराने भर्ती नियमों के लागू रहने
के दौरान दिनांक 30.04.2015 तक की रिक्तियों को पुराने भर्ती नियमों में निर्धारित
पात्रता के आधार पर भरना, (v)
निदेशक पद पर पदोन्नति के लिए
पात्र संयुक्त निदेशक उपलब्ध होने तक निदेशक के रिक्त पदों को, उप निदेशकों को
संयुक्त निदेशक के रूप में पदोन्नति देकर, संयुक्त निदेशकों से भरना तथा (vi)
राजभाषा विभाग के दिनांक 12.09.2011 के कार्यालय ज्ञापन के अनुसरण में संवर्ग
पुनर्गठन के फलस्वरूप उत्पन्न सभी स्तरों की रिक्तियों को केवल पदोन्नति से
भरना ।
लगभग 25
मिनट तक चली चर्चा के दौरान तदर्थ अधिकारियों, विशेषकर सहायक निदेशकों, के
नियमितिकरण के बारे में सचिव महोदय ने स्वयं एसोसिएशन को बताया कि यह कार्य अब दो
सप्ताह के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। दिनांक 30.04.2015 तक की रिक्तियों को पुराने
भर्ती नियमों में निर्धारित पात्रता के आधार पर भरने के बारे में राजभाषा विभाग के
अधिकारियों द्वारा सचिव महोदय और एसोसिएशन को अवगत कराया गया कि इस बारे में राय
लेने के लिए पहले ही एक नोट DoPT को
भेजा जा चुका है जिसके बारे में उन्हें एक अनुस्मारक भी भेजा गया है और DoPT
की राय प्राप्त होने पर इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के
अंत में दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात सचिव महोदय ने बैठक में उपस्थित राजभाषा
विभाग के अधिकारियों को निदेश दिया कि वे निदेशक, संयुक्त निदेशक और सहायक निदेशक
स्तरों की दिनांक 30.04.2015 तक की प्रतिनियुक्ति कोटा और सीधी भर्ती कोटा की
रिक्तियों/पदों का पदोन्नति कोटा में डायवर्जन करने की एसोसिएशन की मांग पर तत्काल
कार्रवाई करें। इसके अतिरिक्त, सचिव महोदय ने यह भी निदेश दिया कि भर्ती नियमों
में सम्मिलित पात्रता अवधि की बहाली और अनुमोदित सेवा (नियमित
सेवा के स्थान पर)
का प्रावधान करने के संदर्भ में इस
एसोसिएशन द्वारा दिए गए अभ्यावेदनों पर कार्रवाई करते हुए नए भर्ती नियमों में
उपयुक्त संशोधन करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।
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राजभाषा संवर्ग की समस्याओं के निराकरण के लिए आपने अनेक बार माननीय मंत्रीगणों और राजभाषा विभाग के उच्चाधिकारियों से न केवल भेंट की है, बल्कि इनके बारे में विवरण तुरंत ही समस्त अधिकारियों और अनुवादकों के लिए साझा किया है, जिसके लिए आप हार्दिक धन्यवाद और प्रशंसा के पात्र हैं, लेकिन अफसोस की बात यह है कि इतने प्रयास करने के उपरांत भी तदर्थ सहायक निदेशकों के लिए कुछ हो नहीं पाया है। अनेकानेक कोशिशों के बाद डीपीसी हुई थी, लेकिन चार-पाँच माह के बाद उसका मामला भी लटका पड़ा है। आदरणीय सचिव महोदय ने आश्वासन दिया है कि दो सप्ताह में तदर्थ सहायक निदेशकों को नियमित करने से संबंधित कार्य पूरा कर लिया जाएगा जिसमें से लगभग एक सप्ताह बीतने को जा रहा है। देखते हैं कि इस बार भी तदर्थ सहायक निदेशकों की सुनवाई हो पाती है या नहीं जो संवर्ग के पुनर्गठन के अनुमोदन के बाद चार वर्ष बीत जाने के बावजूद नियमित किए जाने/पदोन्नति पाने से वंचित हैं।
ReplyDeleteतदर्थ सहायक निदेशकों की स्थिति को प्रकट करने और इसके लिए प्रयास करने के लिए साधुवाद।
धन्यवाद
ReplyDeleteविस्तार से नवीनतम घटनाक्रम के बारे में सूचित करने के लिए धन्यवाद। क्या तदर्थ सहायक निदेशकों के नियमितीकरण के संबंध में राजभाषा विभाग में कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है जैसा कि माननीय सचिव महोदय ने कुछ दिन पूर्व आश्वासन दिया था?
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